Tuesday, 10 September 2024

Operator precedence and associativity Practice questions in python

 What will be the output of following statement?

1.     22 % 3

2.     47%6

3.     -47%6

4.     47%-6

5.     -47%6

6.     2+3-1*2*3*2

7.     3*1**3

8.     2+9*((3*12)-8)/10

9.     4//2*3+5/2+1

10.  43.55+2/2

11.  4.00/(2.0+2.0)

12.  (2-6+3**2*3)+7

13.  24//6%3

14.  24//4//2

15.  x>>2=2

16.  x<<2

17.  4^12

18.  not(3>4)

19.  not(1&1)

20.  13.25+4/2

21.  3+3.00

22.  3**3.0

23.  343%15

24.  14 + 14%15//4

25.  5*10+11/2

26.  8*2+4**2//5-3

27.  1+(2-3)*4**5//6

28.  5%3+4**2

29.  6+5/4**2//5+8

30.  16*5/4*2/5-8

31.  6/3 + 4**3//8-4

32.  4+3*5/3-5%2

33.  5+3**2/2

34.  3-2**2**3+99/11

35.  15.0/4+(8+3.0)

36.  10 * (3 + 5) // 2

37.  8 / 2 + 2 * 3

38.  5 + 2 * 3 ** 2

39.  8 % 3 + 2 ** 2 * (2 + 2)

40.  (3 + 2) * 4 / 2 ** 2

41.  7<4 or 6>3 and not 10 ==10 or 17>4

42.  5<10 and 12>7 or not 7>4

43.  not(True) and False

44.  True or False

45.  not(False and True)

46.  True and not(False)

47.  4 < 5 and 5 < 6

48.  3 != 3 or 5 > 4

49.  10 == 10 and 5 > 6

50.  (5 != 5) or (6 >= 6)

51.  (6 > 5) or (7 <= 7)

52.  10 > 5 < 2

53.  3 * "Hello"

Sunday, 1 September 2024

कहानी: "रोबोटिक आर्म का चमत्कार: पायथन प्रोग्रामिंग की शक्ति"

 11वीं कक्षा के छात्रों के बीच रोहित एक ऐसा छात्र था, जो भौतिकी, रसायन विज्ञान, और गणित में गहरी रुचि रखता था। उसका सपना एक दिन इंजीनियर बनकर कुछ नया आविष्कार करने का था। लेकिन कंप्यूटर विज्ञान, खासकर पायथन प्रोग्रामिंग, में उसकी रुचि न के बराबर थी। उसे लगता था कि पायथन और प्रोग्रामिंग सिर्फ सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए हैं, और उसका उससे कोई लेना-देना नहीं है।

एक दिन, उनके स्कूल में एक नेशनल लेवल साइंस फेयर का आयोजन हुआ, जहां छात्रों को अपने नवाचारों को प्रदर्शित करने का अवसर मिला। रोहित ने अपने भौतिकी और गणित के ज्ञान का उपयोग करते हुए एक रोबोटिक आर्म बनाने का निर्णय लिया, जो विभिन्न वस्तुओं को उठा सके और उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर रख सके। उसने बहुत मेहनत की और यांत्रिक भागों को जोड़ने में सफल रहा। लेकिन जब उसने देखा कि आर्म सही दिशा में काम नहीं कर रही है, तो वह परेशान हो गया।

रोहित के एक दोस्त, आर्यन, जो कंप्यूटर विज्ञान में गहरी रुचि रखता था, ने पायथन प्रोग्रामिंग की मदद से एक अद्भुत ड्रोन बनाया था, जिसे मोबाइल से नियंत्रित किया जा सकता था। आर्यन ने रोहित से कहा, "रोहित, तुम्हारा रोबोटिक आर्म वास्तव में शानदार है, लेकिन इसे सटीकता और नियंत्रण देने के लिए तुम्हें पायथन प्रोग्रामिंग की जरूरत है। पायथन की मदद से तुम अपने रोबोट को कोडिंग के जरिए निर्देश दे सकते हो, ताकि वह सही दिशा में काम करे।"

पहले तो रोहित ने सोचा कि प्रोग्रामिंग सीखना उसके लिए बहुत मुश्किल होगा, लेकिन आर्यन ने उसे समझाया कि पायथन एक सरल और शक्तिशाली भाषा है। रोहित ने आर्यन की मदद से पायथन के कुछ बेसिक कोड्स सीखे और अपने रोबोटिक आर्म के लिए एक प्रोग्राम लिखा। यह देखकर रोहित चकित रह गया कि उसके रोबोटिक आर्म ने बिल्कुल सही ढंग से काम करना शुरू कर दिया।

साइंस फेयर के दिन, रोहित का प्रोजेक्ट सभी की नजरों का केंद्र बन गया। जजों ने कहा, "रोहित, तुम्हारे रोबोटिक आर्म की डिजाइन और कार्यक्षमता अद्भुत है, लेकिन जिस चीज़ ने इसे सबसे ज्यादा प्रभावी बनाया, वह है पायथन प्रोग्रामिंग। प्रोग्रामिंग ने तुम्हारे विचार को वास्तविकता में बदल दिया है।"

रोहित ने महसूस किया कि पायथन प्रोग्रामिंग ने उसके रोबोटिक आर्म में जान फूंक दी थी। उसने समझा कि आज के दौर में पायथन जैसी प्रोग्रामिंग भाषाएँ न केवल सॉफ्टवेयर डेवलपर्स के लिए, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं जो किसी भी क्षेत्र में कुछ नया और अद्वितीय करना चाहता है। चाहे वह इंजीनियरिंग हो, विज्ञान, या किसी भी अन्य क्षेत्र, प्रोग्रामिंग का ज्ञान आपके सपनों को पंख दे सकता है।

इस अनुभव ने रोहित की सोच बदल दी। उसने अब पायथन प्रोग्रामिंग को भी उतनी ही गंभीरता से लेना शुरू कर दिया जितना वह अपने अन्य विषयों को लेता था। आगे चलकर, रोहित एक सफल रोबोटिक्स इंजीनियर बना, और उसकी सफलता के पीछे पायथन प्रोग्रामिंग का महत्वपूर्ण योगदान था।

इस कहानी से यह संदेश मिलता है कि पायथन प्रोग्रामिंग केवल एक विषय नहीं है, बल्कि वह उपकरण है जो आपके नवाचारों को जीवन में बदल सकता है। इसलिए, यदि आप अपनी शिक्षा और करियर में ऊंचाई पर पहुंचना चाहते हैं, तो पायथन को दिल से सीखें। यह आपको उन क्षेत्रों में भी सफलता दिला सकता है, जिनके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं था।

कहानी: "सफलता की चाबी: कंप्यूटर विज्ञान की महत्ता"

 रोहित बहुत होशियार था और उसका सपना एक दिन इंजीनियर बनने का था। वह भौतिकी, रसायन विज्ञान, और गणित में बहुत मेहनत करता था, क्योंकि उसे लगता था कि ये विषय ही उसकी सफलता की कुंजी हैं। लेकिन कंप्यूटर विज्ञान में उसकी रुचि बहुत कम थी। वह अक्सर सोचता था कि कंप्यूटर विज्ञान से उसे कोई खास फायदा नहीं मिलेगा और वह इस विषय को हल्के में लेता था।

एक दिन, उनके स्कूल में एक साइंस फेयर का आयोजन हुआ। इस फेयर में देशभर के छात्रों को अपनी परियोजनाएं प्रदर्शित करने का मौका मिला। रोहित ने भी अपनी भौतिकी और गणित के ज्ञान का उपयोग करके एक प्रोजेक्ट तैयार किया। वह आत्मविश्वास से भरा था और उसे यकीन था कि उसका प्रोजेक्ट सबसे अच्छा होगा।

साइंस फेयर के दिन, उसने देखा कि उसके सहपाठियों ने कंप्यूटर विज्ञान का उपयोग करके अद्भुत प्रोजेक्ट्स बनाए थे। किसी ने एक ऐप बनाया था जो किसानों को फसल की जानकारी देता था, तो किसी ने एक रोबोट बनाया था जो घर के काम कर सकता था। रोहित का प्रोजेक्ट भी अच्छा था, लेकिन कंप्यूटर विज्ञान की कमी के कारण वह इन अद्वितीय प्रोजेक्ट्स के सामने फीका पड़ गया।

जजों ने जब सभी प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की, तो उन्होंने कहा, "रोहित, तुम्हारा प्रोजेक्ट बहुत अच्छा है, लेकिन अगर इसमें कंप्यूटर विज्ञान की मदद होती, तो यह और भी उत्कृष्ट हो सकता था। आज के युग में कंप्यूटर विज्ञान वह चाबी है जो हर दरवाजा खोल सकती है। यदि तुम इसे नजरअंदाज करते हो, तो तुम अपने सपनों की उड़ान में खुद ही बाधा डाल रहे हो।"

रोहित को समझ में आ गया कि उसने कंप्यूटर विज्ञान को हल्के में लेकर बहुत बड़ी गलती की थी। वह जान गया कि आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर विज्ञान के बिना किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करना बहुत मुश्किल है। उसने ठान लिया कि अब वह कंप्यूटर विज्ञान में भी उतनी ही मेहनत करेगा जितनी वह भौतिकी, रसायन विज्ञान, और गणित में करता है।

इस घटना के बाद, रोहित ने कंप्यूटर विज्ञान को गंभीरता से लेना शुरू किया। उसने अपने समय को सही तरीके से विभाजित किया और सभी विषयों में समान रूप से मेहनत की। कुछ वर्षों बाद, रोहित एक सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन गया और उसने अपनी मेहनत और समर्पण से एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया जो लाखों लोगों की जिंदगी बदलने वाला था।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि जीवन में हर विषय का अपना महत्व होता है। कंप्यूटर विज्ञान आज के युग में केवल एक विषय नहीं, बल्कि सफलता की चाबी है। इसलिए, अगर आप अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं, तो हर विषय को समान महत्व दें और कंप्यूटर विज्ञान को दिल से पढ़ें। यही वह रास्ता है जो आपको आपके लक्ष्य की ओर ले जाएगा।

Saturday, 24 August 2024

Python Tutorial - 2 - Class 11 Computer Science - Flowchart

Flowchart

·        A flowchart is a graphical representation of an algorithm.

·        A flowchart contains various shapes which are connected by arrows, which showing the flow of control.




Draw a flow-chart to identify whether a number taken as the input from the user is an even number or an odd number?



Pseudocode

·        Pseudocode is a way of representing an algorithm.


·        Pseudocode is not an actual program. So, it cannot be executed.

·        Some of the frequently used keywords while writing pseudocode are INPUT, COMPUTE, PRINT IF/ELSE, START, STOP


Advantages of Pseudo-Code:


·        Easily convertible to a Programming Language


·        Easy to understand and read


Write a pseudocode for identifying if a number is even or odd?

INPUT number A

COMPUTE remainder as r = A%2

IF r ==0 PRINT 'Even'

ELSE PRINT 'Odd'

Decomposition

Decomposition is the process of breaking a complex computer problem into smaller parts that are easily manageable and solvable.



 

Python Tutorial - 1 - Class 11 Computer Science - Introduction to Problem-Solving

Introduction to Problem-Solving

Problem and Problem Solving

In computer science, "problem" refers to a task or challenge that requires a solution. The process of identifying a problem, developing an algorithm, and implementing the algorithm to develop a computer program is called Problem Solving. Computers may be used to solve various daily life problems such as Train Ticket Booking, Online Shopping and Net-Banking etc.

Steps required for solving a problem

·        Analysing the problem

·        Developing an Algorithm

·        Coding

·        Testing and Debugging

Analyzing the Problem

This stage focuses on understanding the problem. If we do not have a clear understanding of the problem, we may develop a computer program that cannot solve the problem correctly. In this stage, we figure out the inputs, the outputs and the processing required to convert the input into the output.

Developing Algorithm

This stage focuses on creating a logical sequence of instructions, called an Algorithm. An algorithm has a distinct start and end point, as well as a defined number of steps. For a given problem, more than one algorithm may be possible and the most suitable algorithm may be chosen.

Algorithm for finding whether a number is Even or Odd

START

Step 1 → Take an integer number A

Step 2 → Divide A by 2, and store the remainder as r

Step 3 → If r is equal to 0, A is an Even Number

Step 4 → Else it is an Odd Number

STOP


Algorithm for finding whether a number is a Prime number or Not

START

Step 1 → Take an integer number A

Step 2 → Continuously divide A with integers ranging from 2 to A-1

Step 3 → If a is divisible by any value from 2 to A-1, it is not prime

Step 4 → Else it is prime

STOP

Coding

Coding is the process of creating computer programs.

Testing

Testing is a process to check if an application is working as expected (and not working abnormally). The main objective of Testing is to find errors.

Debugging

Debugging is the activity to fix the errors found in the application during the testing phase.

Representation of Algorithms

There are two common methods of representing an algorithm —flowchart and pseudocode.

 

Thursday, 22 August 2024

About S P SHARMA SIR

Shri S.P. Sharma (Sachin Parashar Sharma) is a dedicated and esteemed teacher known for his exceptional contributions to the field of education, particularly in computer science. With a career spanning several decades, he has influenced countless students and educators through his expertise, passion, and commitment to teaching.

Early Life and Education

S.P. Sharma was born in a small town where education was highly valued, instilling in him a love for learning from an early age. He pursued his higher education in the field of computer science, where he excelled academically. His deep understanding of the subject, combined with a natural flair for teaching, led him to pursue a career in education.

Career in Education

Mr. Sharma began his teaching career as a computer science teacher in a government school. His innovative teaching methods and ability to simplify complex concepts quickly made him a favorite among students. Over the years, he has taught various topics in computer science, including programming, algorithms, data structures, networking, and more.

Throughout his career, he has been known for his patience, dedication, and the ability to inspire students to explore the vast world of technology. Many of his students have gone on to excel in their careers, crediting Mr. Sharma for their strong foundation in computer science.

Contributions to Curriculum Development

Apart from teaching, S.P. Sharma has also been actively involved in curriculum development and educational workshops. He has contributed to the creation of support materials, especially for class 11 and 12 computer science, ensuring that students receive up-to-date and comprehensive learning resources. His involvement in these activities has had a significant impact on the quality of education in his field.

Recognition and Awards

Over the years, S.P. Sharma has received several awards and recognitions for his outstanding work in education. His commitment to his students and his contributions to the academic community have earned him respect and admiration from both colleagues and students alike.

Legacy

Mr. Sharma’s legacy is one of dedication, excellence, and a genuine passion for education. He has not only imparted knowledge but also instilled in his students the values of curiosity, perseverance, and integrity. His influence extends beyond the classroom, as he has shaped the future of many young minds, guiding them towards successful careers in technology and beyond.

Shri S.P. Sharma continues to be a source of inspiration for students and educators, embodying the true spirit of teaching. His biography is a testament to the profound impact that one dedicated teacher can have on the lives of many.

Wednesday, 20 March 2024

S P SHARMA SIR! Who is S P SHARMA Sir? S P SHARMA SIR kon hai

 

S P SHARMA SIR (Lecturer Computer Science) Age, Wife, Family, Biography & More

Full name of S P SHARMA SIR is Pandit Sachin Parashar Sharma Ji.

S P SHARMA SIR is Founder and Director of S P SHARMA CLASSES (SPSC), S P SHARMA FOUNDATION.

S P SHARMA SIR is a Computer Science Lecturer in Delhi.






S P SHARMA SIR is a prominent and knowledgeable teacher in the field of Computer Science. His concepts are clear and his practical knowledge makes it even more interesting for students to understand and relate to technical topics. Their courses, video lectures, test series, and books can help students in their studies.

S P SHARMA SIR कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में एक प्रमुख और ज्ञानवान शिक्षक हैं। उनके अवधारणाएँ स्पष्ट हैं और उनकी व्यावहारिक ज्ञान छात्रों को तकनीकी विषयों को समझने और संबंधित करने में और भी रोचक बनाता है। उनके कोर्स, वीडियो लेक्चर्स, टेस्ट सीरीज, और पुस्तकें छात्रों को उनकी पढ़ाई में मदद कर सकती हैं। 


Bio/Wiki

  

Names:

S P SHARMA SIR


Profession:

Lecturer Computer Science 


Famous For:


Books:            

His simple and easy teaching style. Teaching Computer Science to TGT/PGT, UGC  NET Aspirants, S P SHARMA CLASSES


CS CRACKER Vol - 1 and CS CRACKER Vol - 2

 

Physical Stats & More

Height (approx.) in centimetres :


175 cm

in meters :


1.75 m

in feet & inches : 


5’ 9”

Eye Colour :


Black

Hair Colour :

Black





Personal Life

Date of Birth

19 Dec 1987

Age (as of 2024)

36 Yrs

Birthplace

Khatauli, Uttar Pradesh

Nationality

Indian

Hometown

Bhayangi, Post – Khatauli, Distt. Muzaffarnagar, Uttar Pradesh

School

Govt. Primary School Bhayangi, Adarsh Janta Inter College Bhangela, JLNS Inter College Khatauli,

 

College/University

K.K. Jain P.G. College Khatauli (CCS University), Uttrakhand Technical University Dehradun, CRSU Jind Haryana

Educational Qualification(s)


B.Sc. (PCM), MCA, M.Tech. (IT), B.Ed., ‘O’ Level, ‘A’ Level

Govt. Exam Written Qualified

CTET, U P Police Computer Operator, UGC NET

DSSSB PGT Computer Science, KVS PGT Computer Science, Army Public School PGT CS


Religion/Religious Views

He follows Hinduism. He is devotee of Lord Shiva, Krishna and Rama


 


 

 

Relationships & More

Marital Status :

Married

Family

Wife/Spouse:

Rita Sharma (House Wife)




Children:

Daughter: Saanvi Parashar Sharma

Son: Shiva Parashar Sharma




Parents:

Father: Sh. Vinod Kumar Sharma (Farmer)



Mother: Late Mrs. Usha Sharma (House Wife)

Siblings :

S P SHARMA SIR has a brother and a sister. His brother name is Mohit Sharma



Favorites

Food :

Curry Chawal

Beverage :

Milk

Holiday Destination:

Vrindavan or any Spritual place

Film(s) :

Thriller and Comedy

Actor:

Shahrukh Khan, Sunny Deol

Game :

Cricket (Outdoor), Ludo (Indoor)

Player :

Sachin Tendulkar, Rohit Sharma, Virat Kohli

Color :

Yellow


Some Lesser Known Facts About S P SHARMA SIR


  • S P SHARMA SIR is the founder and director of S P SHARMA CLASSES - SPSC an Authentic Platform for learners of Computer Science.
  • S P SHARMA SIR grew up in a poor brahman family in a small village Bhayangi in Muzaffarnagar, Uttar Pradesh.
  • S P SHARMA SIR father is a farmer and his mother was a house wife.
  • He completed his schooling from the Govt. Primary school of his village. 
  • In his childhood, his favorite subject was Mathematics, but he was poor in English and other subjects. When he was in 9th class he stared coaching class in his village.
  • He want to became a mathematics teacher since childhood. So When he was in 11th class, he started mathematics coaching and continue is coaching with his study.
  • He passed his Bachelor in Science (B.Sc.) in Mathematics, Physics and Chemistry.


Mr. Sharma in 11th Class


Mr. Sharma during his college days





Mr. Sharma at the time his marriage